Thursday, 8 September 2016

Sad Status in Hindi for Whatsapp and Facebook


Sad Status in Hindi

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बिखरा वज़ूद, टूटे ख़्वाब, सुलगती तन्हाईयाँ …. कितने हसींन तोहफे दे जाती है ये अधूरी मोहब्बत

किसे इल्ज़ाम दे अपने जज़्बातो के क़त्ल का… समझदार बनने का शौख तो हमे ही था..

खुद को माफ़ नहीं कर पाओगे, जिस दिन जिंदगी में हमारी कमी पाओगे..

उसने कहा हमसे.. हम तुम्हें बर्बाद कर देंगे. हमने मुस्कुरा के पूछा… क्या तुम भी मोहब्बत करोगे अब हमसे..??

रोज़ एक नई तकलीफ.. रोज़ एक नया गम…. ना जाने कब ऐलान होगा की मर गए हम….

मेरी यादों की कश्ती उस समुन्दर में तैरती है, जहाँ पानी सिर्फ और सिर्फ मेरी पलकों का होता है..!

अभी तक याद कर रहा है ए पागल दिल, उसने तो तेरे बाद भी हजारो भुला दिए

घुटन सी होने लगी है, इश्क़ जताते हुए, मैं खुद से रूठ गया हूँ, तुम्हे मनाते हुए…

अजीब रंगो में गुजरी है, मेरी जिंदगी, दिलों पर राज़ किया पर मोहब्बत को तरस गए..

मेरी आँखों में आँसू नहीं, बस कुछ “नमी” है.. वजह तू नहीं, तेरी ये “कमी” है..

तकलीफ ये नही की किस्मत ने मुझे धोखा दिया, मेरा यकीन तुम पर था किस्मत पर नही..

अखबार तो रोज़ आता है घर में, बस अपनों की ख़बर नहीं आती. ❤

किसी को चाह कर ना पाना दर्द देता है, लेकिन पाकर खो देना जिँदगी तबाह कर जाता है…..!

तुझे झूठ बोलना हमने ही सिखाया है… तेरी हर बात सच मान कर ।

दर्द की भी अपनी एक अदा है.. ये तो सहने वालों पर ही फ़िदा है।

बेशक तू बदल ले अपने आपको लेकिन ये याद रखना.. तेरे हर झूठ को सच मेरे सिवा कोई नही समझ सकता…!

दर्द काफी है बेखुदी के लिए, मौत काफी है ज़िन्दगी के लिए, कौन मरता है किसी के लिए, हम तो ज़िंदा है आपके लिए…

अपनी तो ज़िन्दगी ही अजीब कहानी है.. जिस चीज़ को चाहा वो ही बेगानी है… हँसते है तो सिर्फ दोस्तों को हसाने के लिए … वरना इन आँखों में में पानी ही पानी है…

आँसू आ जाते हैँ आखोँ मेँ रोने से पहले… खुआब टूट जाते हैँ पूरे होने से पहले….प्यार गुनाह है यह तो समझ गए… काश कोई रोक लेता यह गुनाह होने से पहले।

एक “सफ़र” ऐसा भी होता है दोस्तों……जिसमें “पैर” नहीं “दिल” थक जाता है…

सामने होते हुए भी तुझसे दूर रहना.. बेबसी की इससे बड़ी मिसाल क्या होगी…

तू मुझमें पहले भी था ,तू मुझमें अब भी है… पहले मेरे लफ्जों में था अब मेरी खामोशियों में है।

अब क्या बताये किसी को कि ये क्या सजा है, इस बेनाम ख़ामोशी की क्या वजह है।

मुझको ढुँढ लेता है रोज किसी बहाने से, दर्द वाकिफ हो गया हैँ मेरे हर ठिकाने से…

मेरा यूँ टुटना और टूटकर बिखर जाना कोई इत्फाक नहीं.. किसी ने बहुत कोशिश की है मुझे इस हाल तक पहुँचाने में…

ख़्वाहिशों का कैदी हूँ,मुझे हकीक़तें सज़ा देती हैं!

कभी पिघलेंगे पत्थर भी मोहब्बत की तपिश पाकर,बस यही सोच कर हम पत्थर से दिल लगा बैठे..

तेरे रोने से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता ऐ दिल..जिनके चाहने वाले ज्यादा हो..वो अक्सर बे दर्द हुआ करते हैं

बहुत अज़ीब होती है ये यादें भी मोहब्बत की..जिन पलों में हम रोए थे,उन्हें याद करके हमें हसीं आती है…और जिन पलों में हसें थे ..उन्हें याद करके रोना आता है॥

कुछ रिशते ऐसे होते हैं..जिनको जोड़ते जोड़ते इन्सान खुद टूट जाता है।
Life में एक partner होना जरुरी है. वर्ना दिल की बात status पर लिखनी पड़ती है…!!

खामोश हूँ तो सिर्फ़ तुम्हारी खुशी के लिए…..ये न सोचना की मेरा दिल दुःखता नहीं ….!!

जिंदगी में बेशक हर मौके का फायदा उठाओ !! मगर, किसी के भरोसे का फ़ायदा नहीं !!

ना दिल शिकस्त का आदि है…ना इश्क़ हार मानता है…!!

हम रोए भी तो वो जान ना सके… वो उदास भी हुए हुए तो हमें खबर हो गई..

उन्होंने हमसे दो चार बाते क्या कर ली। अब वो कहने लगे आप हमे परेशान करने लगे हो।

निगाहों में अभी तक दूसरा कोई चेहरा ही नहीं आया, भरोसा ही कुछ ऐसा था तुम्हारे लौट आने का…

गुज़र गया दिन अपनी तमाम रौनक लेकर। ज़िन्दगी ने वफ़ा कि तो कल फिर सिलसिले होंगे।

कभी टूट कर बिखरो तो मेरे पास आ जाना,मुझे अपने जैसे लोग बहुत पसंद हैं ।

तकलीफें तो हज़ारों हैं इस ज़माने में, बस कोई अपना नज़र अंदाज़ करे तो बर्दाश्त नहीं होता !!

तड़प के देखो किसी की चाहत में, तो पता चलेगा, कि इंतजार क्या होता है, यूं ही मिल जाए, कोई बिना चाहे, तो कैसे पता चलेगा कि प्यार क्या होता है.

लो..बदल गया मिजाज-ऎ-मौसम…. हुबहू तुम्हारी तरह..!!!

जरा देखो तो ये दरवाजे पर दस्तक किसने दी है, अगर ‘इश्क’ हो तो कहना, अब दिल यहाँ नही रहता..

बड़ी आसानी से दिल लगाये जाते हैं, पर बड़ी मुश्किल से वादे निभाए जाते हैं, ले जाती है मोहब्बत उन राहो पर, जहा दिए नही दिल जलाए जाते हैं

मैं ज़हर तो पी लूँ शौक से तेरी खातिर ….पर शर्त ये है कि तुम सामने बैठ कर साँसों को टुटता देखो

दुख तो अपने ही देते हैं वरना गैरों को कैसे पता की हमें तकलीफ किस बात से होती है…..

करता नहीं तुमसे ये दिल शिकायत मगर, कहना ये चाहता है कि तुम अब वो नहीं रहे |

वक़्त नूर को बेनूर बना देता है! छोटे से जख्म को नासूर बना देता है! कौन चाहता है अपनों से दूर रहना पर वक़्त सबको मजबूर बना देता है!

हर कोई मुझे जिंदगी जीने का तरीका बताता है, उन्हें केसे समझाऊ एक ख्वाब अधुरा है…वर्ना जीना मुझे भी आता है.

आज अपनी फालतू चीजें बेच रहा हूँ मैं…..!है कोई ऐसा जिसे मेरी शराफत चाहिए….।।

काश ये इश्क भी चुनावों की तरह होता… हारने के बाद विपक्ष में बैठकर कम से कम दिल खोलकर बहस तो कर लेते…

तू मेरे जनाजे को कन्धा ना देना, जिन्दा ना हो जाऊ फिर कही तेरा सहारा देख कर…!

है परेशानियाँ यूँ तो, बहुत सी ज़िंदगी में, तेरी मोहब्बत सा मगर, कोई तंग नहीं करता….

चलो माना तुम्हारी आदत हैं तडपाना, मगर जरा सोचो अगर कोई मर गया तो…

अगर “बेवफाओं” की अलग ही दुनिया होती तो मेरी वाली वहाँ की “रानी” होती..!!

वो जो हमसे नफरत करते हैं,हम तो आज भी सिर्फ उन पर मरते हैं,नफरत है तो क्या हुआ यारो,कुछ तो है जो वो सिर्फ हमसे करते हैं।

इश्क में इसलिए भी धोखा खानें लगें हैं लोग,दिल की जगह जिस्म को चाहनें लगे हैं लोग..

रोकना मेरी हसरत थी जाना उसका शौक। वो शौक पूरा कर गए मेरी हसरतें तोड़ कर।

क़ाश कोई ऐसा हो, जो गले लगा कर कहे…!! तेरे दर्द से मुझे भी तकलीफ होती है….!!

अकेले रहने का भी एक अलग सुकून हे.. ना किसी की वापस आने की उम्मीद.. ना किसी के छोड कर जाने का डर….!!

ना उजाड़ ए ख़ुदा किसी के आशियाने को….बहुत वक़्त लगता है एक छोटा सा घर बनाने को…

मेरी नींद भी मेरी दुश्मन हो गयी, ख्वाबो में भी मुझे तुमसे मिलने नही देती।

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